सही मानसिकता
प्राचीन समय की बात है। एक प्रसिद्ध गुरु के आश्रम में कई शिष्य शिक्षा ग्रहण करते थे। उनमें से एक शिष्य बहुत ही प्रतिभाशाली था, लेकिन वह हमेशा अपनी असफलताओं से हताश रहता था। जब भी उसे कोई कठिनाई आती, वह निराश होकर कहता, “गुरुदेव, मैं यह नहीं कर सकता। यह मेरे बस की बात […]